क्या आप अपने बिज़नेस को बढ़ाना चाह रहे हैं? लेकिन आपके मन में यह सवाल हैं – “मैं और क्या कर सकता हूं जिससे मुझे बिज़नेस आगे बढ़ने में मदद मिलेगी”
आप यहां हैं इसका कारण यह है कि आप एक लूप में फंस गए हैं और अपना बिज़नेस बढ़ाने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं। आपके पास बहुत सारे लीड हैं लेकिन आप उन्हें ग्राहकों में बदलने में सक्षम नहीं हैं।
अगर आप अपना बिज़नेस बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं, तो टेलीसेल्स आपकी समस्याओं का समाधान बन सकता है। यह आपको अपने ग्राहक से पर्सनल रूप से जुड़ने और उन्हें अपनी सर्विस/प्रोडक्ट पेश करने में मदद करता है। शुरुआत में इसके लिए बहुत कम लागत लगती है, और यह आपके लिए गेम चेंजर हो सक ता है।

टेलीसेल्स का क्या अर्थ हैं? (Telesales meaning in Hindi)
टेलीसेल्स (Telesales) सेल्स की एक तकनीक है जिसमें मोबाइल फोन से प्रोडक्टों/सर्विसओं को बेचने के लिए लीड या पोटेंशियल कस्टमर को फोन कॉल करा जाता है।
इतना ही नहीं, आप टेलीसेल्स से अपने ग्राहकों की सभी समस्याओं का उपाय भी कर सकते हैं।
सीधे शब्दों में कहें तो टेलीसेल्स का मतलब है लोगों को कॉल करना और उन्हें कुछ खरीदने के लिए मनाने की कोशिश करना।
अब आप सोच रहे होंगे की,
टेलीसेल्स के उद्देश्य (objective) क्या हैं? यह इतना ज़रूरी क्यों है?
यह उन चुनौतियों और समस्याओं का समाधान कैसे करेगा जिनका आप अभी सामना कर रहे हैं?
और सबसे ज़रूरी बात, क्या यह कुछ ऐसा है जो आपके लिए सही है?
आइये इसके बारे मैं विस्तार से जानते हैं,
टेलीसेल्स के मुख्य उद्देश्य (Telesales Benefits and Objectives)
टेलीसेल्स (Telesales) क्यों बढ़ रही है और क्यों ज़्यादातर बिज़नेस (Businesses) ने इस तकनीक का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, इसे बेहतर ढंग से समझने के लिए आपको टेलीसेल्स के उद्देश्यों (objectives) को समझना होगा।
ग्राहक अधिग्रहण:
किसी भी बिज़नेस के लिए, सबसे ज़रूरी होता है के वह नए ग्राहक लाए। टेलीसेल्स की मदद से आप ग्राहकों से सीधे जुड़ पाते हैं। नए ग्राहक प्राप्त करने के लिए यह सबसे ज़्यादा इस्तेमाल की जाने वाली और पसंदीदा तकनीकों में से एक है।
सर्विस/प्रोडक्ट को खरीदने वाले ग्राहकों के बिना, बिज़नेस नहीं चल सकता।
आइए इसे एक उदाहरण से समझते हैं.
कल्पना कीजिए कि आप एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी में टेलीसेल्स का काम करते हैं। आपको उन पोटेंशियल कस्टमरों (लीड) की एक सूची दी जाती है जो आगे जाके आपके कस्टमर बन सकते हैं। अब आपको इन लोगों से फोन पर बात करनी है और उनसे कुछ प्रश्न पूछने है जो आपको यह समझने में मदद करेंगे कि इन लोगों को आपकी सेवाओं की ज़रूरत है या नहीं।
यदि वे आपके आधारों को पूरा करते हैं तो उन्हें एक टैग दे दें जैसे “Interested, Hot, Important” आदि। अब, जब अगली बार आप उन्हे कॉल करेंगे, तो आप सर्विस/प्रोडक्ट की सुविधाओं के बारे में बता और समझा सकते हैं कि वे उनके लिए कैसे फायदेमंद हैं।
संबंध निर्माण:
किसी भी बिज़नेस मे ग्राहक का भरोसा सबसे ज़रूरी चीज़ होता है क्योंकि रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए वही चाहिए होता है।
आइये एक उदाहरण के ज़रिये समझते हैं।
कल्पना कीजिए कि आपके iPhone ने चार्ज करना बंद कर दिया है, आपने सब कुछ आज़माया, केबल और एडॉप्टर (Adapter) बदल दिया, एक अलग बिजली पोर्ट पर भी लगा कर देखा लेकिन कुछ काम नहीं किया । आपने Apple वेबसाइट पर एक शिकायत दर्ज की और कुछ ही मिनटों में आपको उनके कस्टमर सपोर्ट से कॉल आ गई। आपने उन्हें सब कुछ समझाया और उन्होंने सुकून से आपकी बात सुनी और आपके फोन को मुफ्त में रिपेयर करने का वादा किया।
आपको कैसा महसूस होगा? आप उनके प्रति आभारी महसूस करेंगे।
जब आप कॉल पर ग्राहकों से जुड़ते हैं, और उन्हें तेज़ और आसान समाधान देते हैं, तो आप उनका विश्वास और वफादारी हासिल करते हैं।
इससे ग्राहक को मूल्यवान (Valued) होने का एहसास होता है। वे आपकी सर्विस और प्रोडक्ट के समर्थक बन जाते हैं।

राजस्व सृजन:
किसी भी प्रकार का बिज़नेस हो, चाहे स्टार्ट-अप (Start-Up) या MNC कंपनी, उसे चलाने के लिए पैसो की ज़रुरत होती है। जब आप अपना प्रोडक्ट/सर्विस बाजार में लाते हैं, तो आप पहले ही प्रोडक्शन, मार्केटिंग, हायरिंग आदि में बहुत सारा पैसा खर्च कर चुके होते हैं। ऑपरेशन्स को चलाने के लिए आपके पास ग्राहक होने चाहिए, वरना आपकी सारी मेहनत बर्बाद हो जाएगी।
लेकिन आप यह कैसे सुनिश्चित करेंगे कि आपके पोटेंशियल कस्टमर आपकी सर्विस/प्रोडक्ट खरीदें और ग्राहक बनें?
यहीं पर टेलीसेल्स की ज़रूरत होती है:
कल्पना कीजिए कि आपको एक कार डीलरशिप से उनकी नई लॉन्च की गई कार खरीदने के लिए फोन आया। आप अपनी कार को बदलना चाह रहे थे और ऑनलाइन कई कारो के बारे मई देख रहे थे । इस कॉल के माध्यम से, आप एक ऐसे व्यक्ति से जुड़े, जिसने आपको कार की विशेषताएं बताईं, कार को फाइनेंस करने का तरीका बताया और ग्राहक सहायता (Customer Support) प्रदान करने का वादा किया।
कॉल ने क्या किया? कॉल ने पोटेंशियल कस्टमर को कार खरीदने के लिए प्रेरित किया और उसकी किसी भी झिझक को दूर किया। अंततः बिज़नेस को पैसा मिला जिससे वह और बड़ा होगा।
ग्राहक प्रतिधारण:
एक बिज़नेस के रूप में, आपका काम केवल प्रोडक्ट को बनाना, उसे मार्किट करना और बेचना नहीं है। आपको पैसे का फ्लो बनाए रखने की ज़रुरत है। यह केवल नए ग्राहक प्राप्त करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उन ग्राहकों को बनाए रखने में भी है जो पहले से ही आपकी सर्विस या प्रोडक्ट का उपयोग कर रहे हैं और आपके ग्राहक हैं।
मान लीजिये कि आपको एक गिराहक से कॉल आया जिसे आपने सेल्स सीआरएम (Sales CRM) सिस्टम बेचा था। ग्राहक को एप्लिकेशन में कुछ लॉगिन समस्याएं हुईं, आपने उनकी शिकायतों को सुना, समझा, उन्हें ग्राहक सहेयता (Customer Support) से जोड़ा और समस्या का समाधान किया।
आपके Customer support के कारण, वह लंबे समय तक आपके साथ रहेगा और अपने लाइसेंस या सदस्यता (subscription) को फिर से रिन्यू करेगा, क्यूंकि उसे भरोसा है कि अगली बार जब भी वह फसेगा या कोई समस्या होगी तो आप वहां मौजूद रहेंगे उसकी मदद करने के लिए।
हो सकता है कि वह आपके बिज़नेस के बारे में दूसरों को भी बताए और रेफरल दे, जो आपको बिना पैसे खर्च किए नए कस्टमर बनाने मैं मदद करेगा।
फीडबैक प्राप्त करें:
किसी भी बिज़नेस का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा फीडबैक(Feedback) है। यह आपको ग्राहकों की प्रेफरेंस(Preference) के बारे में अधिक जानकारी देता है और बताता है कि उनके अनुभव को बेहतर बनाने के लिए क्या किया जा सकता है, जिससे वे आपके प्रोडक्ट्स या सर्विसेज का उपयोग करते रहें।
इतना ही नहीं, फीडबैक की मदद से आपको पता चल जाता है कि आपका ग्राहक क्या मांग रहा है। यह पुराने फीचर मैं कोई बदलाव या कोई नया फीचर हो सकता है और इसके ज़रिय आप अपने बेहतरीन प्रोडक्ट या सर्विसेज को और बेहतर बना सकते हैं।
टेलीसेल्स कॉलिंग के प्रकार (Types of Telesales Calling)
टेलीसेल्स का मतलब सिर्फ कॉल पर अनजान लोगो को बेचना नहीं है, यह इससे कही ज़्यादा है।
यह आपको नए ग्राहक प्राप्त करने, ज़्यादा पैसा बनाने मे और अपने ग्राहकों के साथ लम्बे समय तक संबंध बनाये रखने में मदद करता है।
आइए विभिन्न प्रकार की टेलीसेल्स कॉल देखें जिनका उपयोग आमतौर पर अलग अलग बिज़नेसों द्वारा किया जाता है।
कोल्ड कॉल्स (Cold Call):
आपको उन लोगों की सूची दी जाती है, जिनका आपके बिज़नेस से कोई पूर्व संपर्क नहीं था। उन्हें कॉल करें, उनकी ज़रूरतों को समझें, और यह जांचने कि उन्हें आपके द्वारा पेश किए जा रहे प्रोडक्ट/सर्विस की ज़रुरत है या नहीं!

आइए इसे उदाहरण के रूप में देखें।
मान लीजिये कि आप एक रियल एस्टेट एजेंट हैं, आप लोगों को कॉल करते हैं और उनसे पूछते हैं कि उन्हें फ्लैट की ज़रुरत है या नहीं। एक दिन में, आप 10-100 लोगों से जुड़ सकते हैं और उनमें से कुछ को यह जानने में रुचि होगी कि आप क्या बता रहे हैं।
जिन लोगों ने रुचि दिखाई है, उन्हें आप एक सूची में रखें और इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें सेल्स टीम से जोड़ने का काम करें।
कॉल्स कालिंग की भी स्क्रिप्ट्स होती हैं. यह आपकी मदद करेंगी बेहतर तरीके से कॉल्स करने मय
सेल्स कॉल्स (या वार्म कॉल्स):
वार्म कॉल्स मूल रूप से उन लीडों को की गई कॉलें हैं जिन्होंने आपके प्रोडक्ट या सर्विस में कोल्ड कॉल पर, आपकी वेबसाइट पर, या आपके किसी मार्केटिंग अभियान मैं किसी प्रकार की रुचि दिखाई है।
ये लोग रुचि रखते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि आपका प्रोडक्ट/सर्विस उनके लिए अच्छा हो सकता है और आपको उन्हें प्रोडक्ट/सर्विस के बारे में जानकारी प्रदान करनी है।
सेल्स कॉल पर आपका टेलीसेल्स प्रतिनिधि कॉल पर पोटेंशियल कस्टमर से जुड़ेगा, उन्हें सभी जानकारी प्रदान करेगा, और समझाएगा कि आपका प्रोडक्ट/सर्विस उनके उपयोग के लिए कैसे अच्छी है।
उनके किसी भी प्रश्न का उत्तर दें और बेचने पर जोर दें।

अनुवर्ती कॉल:
पहली कॉल पर केवल 2% बिक्री हो जाती है, बाकी सब फॉलो-अप कॉल के माध्यम से ही होती है।
फॉलो-अप कॉल क्या हैं?
फॉलो-अप कॉल मूल रूप से वे कॉल हैं जो आप उन लोगों को करते हैं जो खरीदारी की प्रक्रिया में हैं।
आप उनसे यह पुष्टि करने के लिए जुड़ें कि क्या वे ख़रीदनें जा रहे हैं या उन्हें किसी प्रकार की सहायता या जानकारी की ज़रुरत है।
लेकिन यह इतना मायने क्यों रखता है?
लोग अपनी जिंदगी में व्यस्त हैं। एक बार जब वे आपके बिज़नेस के बारे में पूछताछ करेंगे तो वे या तो भूल सकते हैं या व्यस्त हो सकते हैं। इसलिए आपको बेचने के लिए लगातार उनका पीछा करना होगा और यह पक्का करना होगा कि जब भी वे अगली मीटिंग के लिए कहें तो आप उनसे संपर्क करें।
मान लीजिए कि आप एक बाइक खरीदना चाह रहे हैं और आप अलग अलग डीलरशिप पर जाते हैं, जानकारी प्राप्त करते हैं, आप सलेसपर्सन को बता सकते हैं कि आप 4-5 दिन मैं फैसला करेंगे।
यहां महत्वपूर्ण हिस्सा है: जो सलेसपर्सन 4-5 दिन बाद आपसे सबसे पहले संपर्क करेगा, उसके पास एक ग्राहक के रूप में आपको जीतने का बेहतर मौका होगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दोनों डीलरशिप के पास समान फीचर्स और कीमत वाली एक जैसी बाइक है। जो सबसे पहले पहुंचता है, आपकी किसी भी चिंता या झिझक को दूर करता है और आपको खरीदारी करने के लिए प्रोत्साहित (Convince) करता है, वही आपका बिज़नेस पाने की सबसे अधिक संभावना रखता है।
अपसेलिंग/क्रॉस-सेलिंग कॉल:
अपसेलिंग और क्रॉस-सेलिंग दो बिक्री तकनीकें हैं जिनका उपयोग बिज़नेस बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।
अपसेलिंग ग्राहकों को उस प्रोडक्ट या सर्विस से बेहतर उत्पाद या सेवा खरीदने के लिए प्रोत्साहित (Convince) करने की एक तकनीक है जिसे वे मूल रूप से खरीदना चाहते थे। उदाहरण के लिए, यदि कोई ग्राहक एक बेसिक लैपटॉप खरीदने पर विचार कर रहा है, तो बेहतर कॉन्फ़िगरेशन (configuration) के साथ अधिक शक्तिशाली लैपटॉप की ऑफर करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
क्रॉस-सेलिंग मूल रूप से तब होती है जब हम ग्राहकों को अधिक सामान खरीदने के लिए प्रेरित करने का प्रयास करते हैं जो कि वे पहले से खरीद रहे हैं उससे संबंधित होता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई नई शर्ट खरीद रहा है, तो हम उसके साथ में नई उससे पैंट या पर्स खरीदने का सुझाव दे सकते हैं।
अपसेलिंग और क्रॉस-सेलिंग दोनों ही बिक्री बढ़ाने के तरीके हो सकते हैं। हालाँकि, उन्हें इस तरह से करना महत्वपूर्ण है कि ऐसा महसूस न हो कि आप अपने ग्राहक से पैसे निकलवाने के लिए उसे अन्य प्रोडक्ट या सर्विस खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं।
अपसेलिंग/क्रॉस-सेलिंग टिप्स:
ग्राहक की ज़रूरतों को समझें (Understand the customer’s needs): इससे पहले कि आप अपसेल या क्रॉस-सेल करने का प्रयास करें, यह समझना ज़रूरी है कि ग्राहक क्या ढूंढ रहा है। उनकी जरूरतें और इच्छाएं क्या हैं? उनकी परेशानी क्या है? एक बार जब आप ग्राहक की ज़रूरतों को समझ जाते हैं, तो आप उन प्रोडक्ट या सर्विस की पहचान करना शुरू कर सकते हैं जो उनके लिए उपयुक्त होंगे।
सहायक और जानकारीपूर्ण बनें(Be helpful and informative): जब आप अपसेलिंग या क्रॉस-सेलिंग कर रहे हों, तो सहायक और जानकारीपूर्ण (Informative) होना ज़रूरी है। आप जिस प्रोडक्ट या सर्विस की पेशकश कर रहे हैं उसके लाभ और वह ग्राहकों की जरूरतों को कैसे पूरा कर सकता है बताएं।
समय पर रहें(Be timely): बिक्री प्रक्रिया (sales process) में बहुत जल्दी अपसेल या क्रॉस-सेल करने का प्रयास न करें। अतिरिक्त प्रोडक्ट या सर्विस की पेशकश करने से पहले ग्राहक के खरीदारी के लिए तैयार होने तक प्रतीक्षा करें।
अब हम आगे बढ़ेंगे और देखेंगे कि टेलीसेल्स क्या लाभ प्रदान करता है और अपने बिज़नेस को बढ़ाने में अपने लाभ के लिए उनका उपयोग कैसे करें।
बिज़नेस के सामने आने वाली चुनौतियाँ और उनसे निपटने के सुझाव
एक बिज़नेस ओनर के रूप में, आपको किसी नई तकनीक या रणनीति को लागू करने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
और यदि योजना नहीं बनाई गई और बिना सोचे समझे इसको अंजाम दिया, तो आप केवल पैसा और समय बर्बाद कर रहे होंगे।
यहां कुछ चुनौतियाँ दी गई हैं जिनका आपको सामना करना पड़ सकता है और उनसे बचने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं।
समय और प्रयास : बिज़नेस चलाना बहुत समय लेने वाला काम और टेलीसेल्स एक समय लेने वाली प्रक्रिया हो सकती है। यदि आपके पास सेल्स कॉल करने और उनका पालन करने के लिए समय नहीं है, तो टेलीसेल्स आपके बिज़नेस के लिए नहीं हो सकता है।
पैसा : टेलीसेल्स एक महंगा निवेश भी हो सकता है। आपको टेलीसेल्स प्रतिनिधियों की एक टीम को नौकरी पर रखना और उन्हें ट्रैन भी करना पड़ेगा।
कौशल (Skills): टेलीसेल्स में, आपके टेलिकॉलर के पास कुछ विशिष्ट कौशल (Skill Set) होने चाहिए, जैसे कि अनजान लोगों से बात करने मैं सक्षम होना,वास्तव में उनकी चिंताओं या शंकाओं को सुनना, और अपने कौशल का उपयोग करके उन्हें दिखाना कि हमारी प्रोडक्ट/सर्विस उनके लिए ज़रूरी है।
सलाह (Tips):
अपनी टेलीसेल्स को आउटसोर्स करें (Outsource your telesales):
यदि आपके पास इन-हाउस टेलीसेल्स करने के लिए समय या संसाधन नहीं हैं, तो आप अपनी टेलीसेल्स किसी दूसरी कंपनी से करवा सकते हैं। बिना कोई बड़ा निवेश (Investment) किए टेलीसेल्स शुरू करने का यह एक शानदार तरीका हो सकता है।सिंगल कॉलर से शुरुआत करें: यदि आपके पास टेलीसेल्स टीम में निवेश करने के लिए पैसे नहीं हैं, तो आप शुरुआत में केवल एक कॉलर को काम पर रख सकते हैं और फिर धीरे-धीरे टीम बढ़ा सकते हैं।
टेलीसीआरएम जैसे सीआरएम सिस्टम का उपयोग करें (Use a CRM system like TeleCRM): एक टेलीकॉलिंग सीआरएम सिस्टम आपको अपने लीड को ट्रैक करने, अपनी लीडस् को मैनेज करने और आपके दिन-प्रतिदिन के कॉलिंग अभियानों पर रिपोर्ट प्रदान करने में मदद करता है। इससे आपको अपने टेलीसेल्स प्रयासों में सुधार करने और अपने प्रोडक्ट/सर्विसेज को ज़्यादा सा ज़्यादा लोगों को बेचने में मदद मिलेगी।
प्रशिक्षण प्रदान करें (Provide training): यदि आप टेलीसेल्स टीम को नियुक्त करने जा रहे हैं, तो आपको उन्हें प्रभावी तरीके से संचार करने, पोटेंशियल कस्टमर के साथ संबंध बनाने, किसी भी समस्या/प्रश्न को हल करने कि प्रशिक्षण प्रदान करनी होगी। इससे उन्हें अपनी भूमिकाओं में सफल होने और आपके बिज़नेस के लिए लीड और बिक्री उत्पन्न करने में मदद मिलेगी।
इन सलाह का पालन करके, आप चुनौतियों पर काबू पा सकते हैं और अपने बिज़नेस के लिए टेलीसेल्स रणनीति को सफल तरीके से लागू कर सकते हैं।
इन सलाहों के अलावा, टेलीसेल्स रणनीति को लागू करते समय विचार करने के लिए यहां कुछ अंदरूनी सलाह दी गई हैं:
अपने लक्षित दर्शकों को परिभाषित करें (Define your target audience): आप अपने टेलीसेल्स प्रयासों से किस तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं? क्या यह स्कूल या कॉलेज जाने वाले बच्चे हैं, या पेशेवर काम कर रहे हैं? या गृहिणियाँ (Housewife) हैं? यह कोई भी हो सकता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप बाज़ार में किस प्रकार का प्रोडक्ट/सर्विस ला रहे हैं। एक बार जब आप जान जाते हैं कि आपके लक्षित दर्शक (Target Audience) कौन हैं, तो आप अपनी बिक्री पिच को अनुकूलित कर सकते हैं और उसके अनुसार आगे का प्लान बना सकते हैं।
यथार्थवादी लक्ष्य निर्धारित करें (Set realistic goals): आप कितनी लीड को रूपांतरित (Convert) करना चाहते हैं? आप कितनी बिक्री करना चाहते हैं? यथार्थवादी लक्ष्य (Realistic Goals) रखने से आपको प्रेरित रहने में मदद मिलेगी, अन्यथा, यदि आप बहुत अधिक आशावादी हो जाते हैं और एक ऐसा लक्ष्य सेट कर लेते हैं जिसे आप पूरा नहीं कर पाते। तोह आप, आपकी टीम आदि सभी निराश हो जाएंगे।
अपने परिणामों को ट्रैक करें (Track your results): अपने टेलीसेल्स अभियानों के परिणामों (result) को ट्रैक करना ज़रूरी है ताकि आप देख सकें कि क्या काम कर रहा है और कहाँ सुधार की ज़रूरत है। इससे आपको समय के साथ अपनी रणनीति(strategy) में सुधार करने और अपने निवेश (Investment) से ज़्यादा से ज़्यादा लाभ उठाने में मदद मिलेगी। और यह काम टेलीसीआरएम(TeleCRM) आपके बिज़नेस के लिए करदेगा। । और बेहतर से जाने के लिए नीचे दी गई छवि देखें।

जटिलता संबंधी चिंताएँ (Complexity Concerns)
टेलीसेल्स को किसी ऐसी चीज़ के साथ भ्रमित न करें जिसे हासिल नहीं किया जा सकता है या जो एक प्रकार का रॉकेट साइंस है। वास्तव में यह काफी आसान है, आप एक कॉलर को नौकरी पर रखते हैं, उन्हें लीड की एक सूची देते हैं (generated by marketing campaigns) और वे उन्हें कॉल करना शुरू कर देते हैं।
आप पहले एक व्यक्ति या एक उचित टेलीसेल्स टीम (आपके बजट के आधार पर) को काम पर रख सकते हैं और अधिक लीड उत्पन्न करने के लिए अपनी मार्केटिंग गतिविधियों पर काम कर सकते हैं। इससे न केवल आपको अधिक लीड मिलेगी, बल्कि आप लीड को ग्राहकों में बदलने की संभावना भी बढ़ा सकते हैं।
इस प्रक्रिया को और भी आसान बनाने के लिए आपकी सहायता के लिए TeleCRM है।
इस टेलीकॉलिंग सीआरएम सिस्टम के साथ, आपको ऑटोडायलर (Autodialer) जैसी सुविधाओं के साथ साथ टेलीसेल्स प्रक्रिया को स्वचालित (Automate) करने की सुविधा मिलती है, जो कॉल करने वाले को बार बार मोबाइल नंबर को मैन्युअल रूप से दर्ज करने के बजाय सीधे कॉल करने की सुविधा देता है।
और यह केवल यहीं तक सीमित नहीं है, आपको व्हाट्सएप एपीआई (WhatsApp API) और कई ऐप्स के साथ एकीकरण (Integration) जैसी सुविधाएं मिलती हैं, और आपके सेल्स प्रोसेस को आसान बनाने के लिए इसके अलावा और भी बहुत कुछ मिलता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
चलिए अब देखते है की अब तक जो भी बातें समझाई गई हैं वह क्या थी । मैं यह साफ़ साफ़ कह देता हूँ कि टेलीसेल्स आपके लिए काफी हद तक सब कुछ कर सकता है, लीड उत्पन्न करने से लेकर उनके साथ जुड़ना, उन्हें आपके द्वारा प्रदान की जाने वाली प्रोडक्ट/सर्विस को चुनने के लिए मनाना और अंत में पक्का करना की वह खरीद कर जाए।
अंत में, सुनिश्चित करें कि आप अपनी टेलीसेल्स टीम के संचालन की निगरानी करने के लिए एक टेलीसेल्स सीआरएम खरीद लें और अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाएं।
इस ब्लॉग से 3 मुख्य बातें जिन पर हमने अब तक चर्चा की है वे हैं:
टेलीसेल आपके बिज़नेस के लिए आवश्यक है और कई तरीकों से आपकी मदद करता है।
यह आपके लीड से जुड़ने में आने वाली सभी चुनौतियों को हल करने में बहुत मदद करता है।
और यदि आप अपना बिज़नेस 10 गुना बढ़ाना चाहते हैं तो आपको टेलीसेल्स की आवश्यकता है।
मुझे आशा है कि आपको यह लेख टेलीसेल्स का मतलब (Telesales meaning in Hindi) पसंद आया होगा।